कुछ ग़लतफ़हमियाँ
– स्वप्नदोष नींद में रंगीन सपनों के माध्यम से ऑर्गैज़म प्राप्त करने का ज़रिया होता है जिसे अनुभव करने से वीर्यपात होता है ।
सच्चाई – ये सच है कि इस का संबंध नींद के सपनों वाले यानी REM sleep से होता है परन्तु ये प्रक्रिया नींद में होने के कारण इस से ऑर्गैज़म वाला आनंद या प्लेजर अनुभव नहीं होता । दूसरे यह आपके कंट्रोल में नहीं होता , ऐसा आपको रंगीन या श्वेतश्याम किसी भी प्रकार के सपने से हो सकता है । रंगीन स्वप्न से संबंध का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है ।
– रात को न्यूड फोटो देखने या पोर्न देखने से नाईटफॉल हो जाता है ।
सच्चाई – इस का भी कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है ।
– बार बार नाईट फॉल हो तो आप इसके आदी हो जाते है ।
सच्चाई – नाईटफॉल से कोई आपको हाई या क्लाइमेक्स फील नहीं होता क्योंकि ये प्रक्रिया नींद में होती है । इसलिए इसके आदी होने का कोई चांस नहीं है ।
– नाईटफॉल से पुरुषों की आँख के नीचे काले घेरे बन जाते है
सच्चाई – यदि वीर्य निकलने से ऐसा हो तो दुनिया में प्रत्येक विवाहित पुरुष के ऐसा होता । नाईट फॉल में और सेक्स में वो ही वीर्य शरीर से निकलता है इस लिये ये बिल्कुल ग़लत है ।
– इस से कमजोरी और तनाव हो सकता है और विवाह के बाद सेक्स लाइफ बोरिंग हो सकती है ।
सच्चाई – कमजोरी और तनाव मिथ्या धारणा के कारण चिंता करने से हो सकती है । वीर्य शक्ति का स्रोत नहीं है कि इसके कम होने से कमजोरी आ जाएगी ।
– इसके अधिक होने से शीघ्रपतन और नपुंसकता जैसी समस्या हो सकती है ।
सच्चाई – अधिक या कम की कोई डेफिनिशन नहीं होती । नपुसंकता या शीघ्रपतन तभी हो सकते है यदि आप इस सामान्य सी प्रक्रिया के कारण अत्यधिक तनाव में रहने लगे । नाईट फॉल के बजाए इस के कारण अनावश्यक तनाव ही इस समस्या का कारक होता है ।
मानव शरीर में नींद दो प्रकार की होती है – एक तो गहरी और मस्तिष्क /शरीर को पूरा आराम देने वाली NON REM यानी नॉन रैपिड आई मूवमेंट स्लीप
– दूसरी अपेक्षाकृत ऐक्टिव परिस्थिति जिसमे शरीर के कई अंग काफ़ी ऐक्टिव होते है, हृदय गति और रक्तचाप अधिक होता है , मस्तिष्क में अपेक्षित हार्मोन्स के आने से लिंग में कठोरता और ज़्यादा टेस्टोस्टेरोन के कारण मस्तिष्क की अचेतन अवस्था में ऑर्गैज़म जैसी स्थिति से युक्त REM स्लीप यानी रैपिड आई मूवमेंट स्लीप । इसी अवस्था के ये काफ़ी हल्की नींद की अवस्था है और अनेक लोग इसी से पूरी तरह जागृत अवस्था में आ जाते है । कभी कभी स्वप्न याद रहता है और उन्हें वीर्य डिस्चार्ज का पता लग जाता है । ये पूरी तरह से प्राकृतिक और सामान्य प्रक्रिया है जिस पर आपका कोई कंट्रोल नहीं होता । इसी लिये ऐसा होने पर हीन भावना से ग्रस्त होने की कोई आवश्यकता नहीं है । अधिकतर समस्या इस के बारे में अनावश्यक चिंता करने से होती है ।
जब ये कोई समस्या नहीं है और एक सामान्य प्रक्रिया है तो उपचार की आवश्यकता भी नहीं है । फिर भी इसे ऐसी दवाओं से रोका जा सकता है जो REM Sleep को ब्लॉक करे । आपको कभी भी नीम हकीम या इंटरनेट या दीवारो पर लिखे भ्रामक विज्ञापन से चक्कर में नहीं आना चाहिये ।